Friday, January 4, 2013

"फिर फिर दबंग"


उत्तर प्रदेश के लालगंज और कानपुर के बीच का एक बीहड़ गांव..गांव का नाम तकिया पाटन .... और गांव के एक बेहद नामचीन रंगबाज सिनेमाबाजं हरिहर पांडे...सिर्फ नाम ही काफी हैं.... दबंग-2 के सिनेमा  का पर्दा गांव के इकलौते सिनेमाघर में टंग चुका था... एक तो बात बिरादरी की(चुलबुल पांडे, हरिहर पांडे) ऊपर से पड़ोस की..सो भइया कब तक कंट्रोल करते..शर्ट के पिछवाड़े पे ऐनक टांगे और घर पर  "आते हैं" बोलकर रवाना हो लिए... अब सड़क पर सिर्फ दो ही आवाजे गूंज रही थी...फट फट करती फटफटिया और फटफटिया पर सवार पांडे भैया...और उनका गाना... हुड़ हुड़ दबंग दबंग.. भइया जी की सिंगिग से आधा गांव तो जान ही गया की आज PANDEYS  के मिलन की बेला हैं.. लेकिन कहानी मे ट्विस्ट था.... 2 घंटे 10 मिनट बाद जब भैया जी बाहर निकले तो "भैया जी NOT SMILING" की मुद्रा में थे... टोला (मोहल्ला) में वापस पहुंचे तो हमेशा की तरह कुछ छुटभैय्ये मालिक मालिक करते लग लिए उनके पीछे-पीछे और लगे रिरियाने...  पांडे भैय्या बताइए ना कैसन है नई दबंग...हम देखेक तो पइब ना सुन्हिन के जरा मजा लई लेई... पाडें जी पहले तो थोड़ा सकुचाए....और  चल दिए... लेकिन फिर पाडें जी ना जाने डीपली घुस के का सोचे....ठहर गए... और... और का सज गया दरबार..... पांडे जी छन्नू  द्वारा सजाए गए अत्यंत मलिच्छ गमछे पर विराजमान हुए.....और बोले स्वागत नही करोगे हमारा... इत्तै सुनिके सब हैरान... टकटकी लगाके सब पांडे जी को लगे घूरने... इससे पहले कि वो लोग और कुछ बोलते पांडे जी बोल पड़े... डॉयलाग है फिलम का....   अब मुंह मे पान और बगल मा पीकदान.... और साथ साथ दबंग-2 का व्याख्यान.... जो कुछ यूं था........   
याके रहे चुलबुल पांडे.. खूब हट्टे- कट्टे खूब पहलवान.... ये भारी भारी डोले.. ये फूला-फूला  सीना...पुलिस में दरोगई करत रहें.. कबो लालगंज मा तो कबो कानपुर मा.. कबो यै थाने तो कबो  वै  थाने..हियां  छेदी  तो हुआं  बच्चा... छेदी क ते शरीरी मा इत्ते छेद किहिन रहें कि ऊ वाकई कन्फूजिया गा रहे कि सांस कहां ते लेई अउ ***** कहां ते ....मूलो बच्चा क ते कैवल  ठर्राईन   औ लतियाईन ज्यादा  जूतियेईबो नहीं भें.. और तो और बच्चा पर कौनो नीक डॉयलागो नहीं मारिन..  भैया है बड़े स्वीट...नाच गाने के बहुतै शौकीन..कबो कबो तो थाने मे बैठे ऑन ड्यूटी बजाए हाय पांडे जी सीटी..  और तो और भइया  नईकेरे हुड़ हुड़ दबंग पर तो एइसन कमरिया लचिकाईन है कि ससुरी मुन्निऊ झेंपियां जाए.....
इतना सुनते सुनते लटक के बैठा छग्गन पलथी मार कर बैठने की कोशिश करने लगा... लेकिन पांडें भैया ने झड़क दिया... अबे इतना का फैल रहा है बे... कहानी खत्तम...फिनीश(finish)....
छग्गन और पार्टी-- खत्तम !!!!   कैइसे!!! ऊ झंडुबाम वाली हिरोइन ...... मुन्नी..???
पांडे जी-- अबे मुन्नी की जगह येहि बार औ कौनो नइकी हिरोइन लाए रहें...गाना बड़ा नीक  गाइस रहे... गाना सुन कै तो एक बार हमहुं नाचे लागेन रहे... फोटो को सीने से यार चिपका ले संइया फेवीकेल से.. लौंडिया पटाएंगे मिस कॉल से.. मूलो मुन्नी वाली बात ना रहे...
छग्गन और पार्टी-- औ भइया रज्जो ???????
पांडे जी-- रज्जो. तो ना तबहिन कुछो खास रही ना अबहिन... हां तनिक और दिलेर होइगे.. थप्पड़ को साथै अब वहिका प्यारो स डर नही लागत... हां चुलबुल पांडे जी की तरफ से जरूर ऊका  इस्टेटस (STATUS) थोड़ा चेंज होई गवा है...
छग्गन और पार्टी-- ऊ कईसे ???
पांडे जी---  ऊ अइसे कि पिछली बार चुलबुल पांडे जी मार जिद्दीयायें पड़े रहें... गुड़ियान मुड़ियान(लोटना) जात रहें कि थारी आंखो के पैमाने...हमका पीनी है पीनी है पीनी है.... औ अबकी वई आंखन का गरियात रहे...कहत रहें... दगाबाज़ रे हाय दगाबाज़ रे..तोरे नैना बड़े दगा बाज़ रे...
छग्गन और पार्टी--- औ भइय्या ऊ मक्खी औ उनके पापा ???
पांडे जी--  अबे जान ले लोगे हमारी..मुफत मे सारे मजे लेगा बे..हायं.. खैर मक्खी भैया भी रहें...साला जंगल से लौटेन मा कुछ ज्यादाऐ समय लगा दिहिन.. पर ससुरा लौटे ता का लौटे..कौनो काम के नाही... पिता जी भी ठीकै-ठाक रहें....  औ इनके अलावां वई तिवारी औ वई चौबे..
छग्गन और पार्टी--- अरे तो भइया फिलम मा नवा का रहे... सुने मा तो सब कुछ पुरान लागत..
इस बार पाडें जी थोड़ा लंबा पाउससस (PAUSE) लैइ लिहें.... मुहं से बीड़ी निकाले....फेकें....रगड़े... औ फिर बोले.. अबे नया था उनका कमीटमेंट जो ऊ एक बार कई दें तो अपैं बापो की नायी सुनत... समझेअऊ.. औ हम तो इहे कहब कि इससे पहले ऊ दबंग-3 बनावे का कमीटमेंट करें उन्है कोई तो रोक ले.... वरना पब्लिक पर सलमान भाई की अदा का जो दबाव है ऊ खत्म होई जाई....औ भइया एकार्डिंग टू  एसपी साहब(मनोज पहवा) दबाव बना रहना चाहिए.... समझेअउ कि नाहीं... चलो अच्छा..... अब निकलों.. खेला खतम... औ हां फिल्म मा नया भलै कछु नवा ना हो लेकिन फिलम बुरी भी ना है... मार धाड, गाना -बजाना.. एक बार तो देखे लायक हैइये... और फिर सलमान तो हैइये लल्लनटॉप....मतलब पैसा भी हजम....।   
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